साल 2025 लगभग बीत गया है। इस वर्ष कई महत्त्वपूर्ण घटनाएं हुई। ये घटनाएं विभिन्न क्षेत्रों में हुई, जिन्होंने इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए खुद को अंकित कर लिया है। हालांकि, इससे विज्ञान का क्षेत्र भी अछूता नहीं है। क्योंकि, इस वर्ष विज्ञान के क्षेत्र में कई महत्त्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर चिकित्सा विज्ञान और अंतरिक्ष के क्षेत्र शामिल हैं।
यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी है। क्योंकि, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में इस संबंध में अक्सर सवाल पूछे जाते हैं। वहीं, सामान्य अध्ययन के लिए भी यह लेख उपयोगी, जिससे आपका सामान्य ज्ञान बढ़ेगा।
अलकनंदा गैलेक्सी की खोज
इस वर्ष भारतीय वैज्ञानिकों ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की मदद से करीब 1.5 अरब साल पुरानी एक सर्पिल गैलेक्सी की खोज की है। वैज्ञानिकों ने इस गैलेक्सी को भारत से जोड़कर अलकनंदा नाम दिया है।
डायनासोर सितारों की खोज
अंतरिक्ष के क्षेत्र में काम करने वाले वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में ब्राह्मंड के शुरुआती चरणों में ऐसे सितारों की खोज की है, जो कि सूर्य से करीब 10 हजार गुना अधिक भारी थे। इन सितारों को इनकी उम्र देखते हुए डायनासोर स्टार्स कहा गया है। क्योंकि, ये सितारें 2.5 लाख साल तक जीवित रहे हैं। अब इनका अस्तित्व नहीं है।
नारकीय ग्रह की खोज
वैज्ञानिकों ने इस बार नारकीय ग्रह की खोज भी की है। यहां की खास बात यह है कि यहां एक साल 11 घंटे में बीतता है। वहीं, यहां का तापमान बहुत अधिक रहता है और यहां नदियों के रूप में लावा बहता है।
कैंसर किलर बैक्टिरिया की खोज
कैंसर किलर बैक्टिरिया की खोज जापानी वैज्ञानिकों ने की है। वैज्ञानिकों ने एयूएन बैक्टीरिया थेरेपी की खोज की है। इसमें मौजूद बैक्टिरिया सीधे कैंसर ट्यूमर पर वार करता है।
नेजल स्प्रे को मंजूरी
इस वर्ष एफडीए ने Neffy नामक नेजल स्प्रे को मंजूरी दी है। खास बात यह है कि यह गंभीर एलर्जी बीमारी में इंजेक्शन की जगह इस्तेमाल हो सकेगा।
जीन-रीसेट थेरेपी की खोज
यह बढ़ती उम्र को धीमा करने वाली थेरेपी है। इसका सफल परीक्षा हुआ है, जिससे बढ़ती उम्र के साथ लगने वाली बीमारियों को रोका जा सकेगा।
3D किडनी का प्रत्यारोपण
भारत में इस साल पहली बार 3डी किडनी का प्रत्यारोपण किया गया है। यह प्रक्रिया सफल रही है, जिससे ऑर्गन डोनेशन की कमी को पूरा किया जा सकेगा।
सुपरबैटरी का हुआ आविष्कार
इस साल एक ऐसी बैटरी का आविष्कार किया गया है, जिसे एक बार चार्ज करने पर 50 वर्षों तक इस्तेमाल किया जा सकेगा।
सीसा से सोना में परिवर्तन
इस वर्ष CERN के वैज्ञानिकों ने परमाणु स्तर पर उच्च-ऊर्जा की टक्कर करवाकर कुछ समय के लिए सीसा को सोने में बदला है। यह अपने आप में एक महत्त्वपूर्ण खोज मानी जा रही है।
क्वांटम इंटरनेट लाइन
दुनिया में पहली बार मानव-निर्मित लाइव क्वांटम इंटरनेट लाइन का संचालन किया गया है। इससे डाटा हैकिंग होना कल की बात हो जाएगी।
-इसरो ने इस बार स्पेडेक्स मिशन के तहत अंतरिक्ष में दो उपग्रहों की डॉकिंग की है। इससे भारत को अंतरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन बनाने की दिशा में बढ़ावा मिला है।
-इस वर्ष खगोल भौतिकी विज्ञानी प्रो. जयंत विष्णु नार्लीकर को मरणोपरांत विज्ञान रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
पढ़ेंः साल 2025 के महत्त्वपूर्ण कांफ्रेंस व समिट की पूरी लिस्ट, यहां देखें
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