भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है। कृषि के क्षेत्र में भारत की प्रमुख पहचान रही है। देश की अधिकांश आबादी कृषि के क्षेत्र में कार्यरत है। यही वजह है कि इसे कृषि प्रधान देश भी कहा जाता है। भारत न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर देश की फसल जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फसलों का निर्यात करता है।
इन फसलों में आलू सबसे प्रमुख फसलों में से एक है। भारत के अलग-अलग राज्यों में आलू का उत्पादन होता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत में एक राज्य ऐसा भी है, जिसे आलू का टोकरा भी कहा जाता है। कौन-सा है यह राज्य, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
दुनिया का सबसे बड़ा आलू उत्पादक देश
आपको बता दें कि आलू उत्पादन के मामले में भारत पूरी दुनिया में दूसरे स्थान पर आता है। पहले पायदान पर चीन है। भारत में कुल आलू उत्पादन की बात करें, तो यह 55 से 60 मिलियन मीट्रिक टन रहता है। साल 2024-25 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कुल आलू उत्पादन 60.1 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंचा है। वहीं, 2023-24 के मुताबिक, यह उत्पादन 57.05 मिलियन मीट्रिक टन था।
किस राज्य को कहा जाता है आलू का टोकरा
अब सवाल है कि भारत में किस राज्य को आलू का टोकरा कहा जाता है। आपको बता दें कि देश के चौथे सबसे बड़े राज्य यानि कि उत्तर प्रदेश को आलू का टोकरा भी कहा जाता है।
क्यों कहा जाता है आलू का टोकरा
उत्तर प्रदेश राज्य देशभर में सर्वाधिक आलू उत्पादन करने वाला राज्य है। अकेला यूपी पूरे देश का करीब 30 से 35 फीसदी आलू की खेती में योगदान देता है। यही वजह है कि इसे आलू का टोकरा भी कहा जाता है।
उत्तर प्रदेश में कितना होता है आलू का उत्पादन
उत्तर प्रदेश में आलू का कुल उत्पादन 20 मिलियन मीट्रिक टन से लेकर 25 मीलियन मीट्रिक टन तक होता है। साल 2023 में यहां 20 मिलियन मीट्रिक टन आलू का उत्पादन हुआ था।
किन जिलों में होता है आलू का सबसे अधिक उत्पादन
आलू के सबसे अधिक उत्पादन की बात करें, तो फर्रूखाबाद, आगरा और कन्नौज जिलों में सबसे अधिक आलू का उत्पादन होता है। वहीं, यूपी की बात करें, तो यहां कुल 6.98 लाख हेक्टेयर भूमि पर आलू की खेती की जाती है।
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