पेट्रोलियम तेल, जिसे कच्चा तेल भी कहा जाता है, आधुनिक दुनिया को आकार देने वाले सबसे शक्तिशाली संसाधनों में से एक है। पेट्रोलियम तेल को अक्सर 'काला सोना' भी कहा जाता है। यह कारों, हवाई जहाजों, जहाजों और उद्योगों को ईंधन देता है। साथ ही, यह प्लास्टिक, उर्वरक, दवाओं और सौंदर्य प्रसाधनों के लिए भी मूल सामग्री है। लेकिन, मुख्य सवाल यह है कि दुनिया में पेट्रोलियम तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन-सा है? हम इस लेख में जानेंगे।
दुनिया में पेट्रोलियम तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन-सा है?
अमेरिका दुनिया में पेट्रोलियम तेल का सबसे बड़ा उत्पादक है। यहां हर दिन लगभग 21.91 मिलियन बैरल (bpd) तेल का उत्पादन होता है। यह दुनिया के कुल पेट्रोलियम उत्पादन का लगभग 22% है।
अमेरिका में पेट्रोलियम उत्पादन में यह उछाल शेल क्रांति (shale revolution) और हाइड्रोलिक फ्रैक्चरिंग (fracking) की वजह से आया है। इन तकनीकों ने तेल के उन भंडारों को खोल दिया, जिन तक पहुंचना पहले बहुत महंगा या मुश्किल था। टेक्सास ने 2024 में 2 बिलियन बैरल से ज्यादा तेल का उत्पादन किया।
इसने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए और यह राज्य के तेल और गैस उद्योग के लिए एक नया कीर्तिमान है। आज टेक्सास, नॉर्थ डकोटा, न्यू मेक्सिको, ओक्लाहोमा और अलास्का जैसे राज्य अमेरिका के तेल उत्पादन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनमें टेक्सास को ऊर्जा की राजधानी माना जाता है। अपनी ऊंची घरेलू मांग, बड़े पैमाने पर तेल शोधन की क्षमता और एक मजबूत निर्यात बाजार के कारण अमेरिका दुनिया भर में पेट्रोलियम उद्योग पर हावी है।
अमेरिका पेट्रोलियम तेल उत्पादन में दुनिया में सबसे आगे क्यों है?
अमेरिका सिर्फ अपने तेल भंडारों की वजह से सबसे बड़ा उत्पादक नहीं बना है। यह तकनीक, नए तरीकों और बुनियादी ढांचे की भी कहानी है। शेल क्रांति और फ्रैकिंग तकनीक ने अमेरिका को कठोर चट्टानों में फंसे तेल को निकालने की क्षमता दी। पारंपरिक उत्पादक देश मुख्य रूप से प्राकृतिक भंडारों पर निर्भर रहते हैं। इसके विपरीत, अमेरिका तेल निकालने की अपनी तकनीकों में लगातार सुधार करता रहता है।
पेट्रोलियम तेल के बारे में कुछ रोचक तथ्य
-पेट्रोलियम को इसके जबरदस्त आर्थिक महत्त्व के कारण अक्सर 'काला सोना' कहा जाता है। जैसे अतीत में सोने ने अर्थव्यवस्थाओं को आकार दिया था, वैसे ही आज तेल वैश्विक व्यापार, भू-राजनीति और शक्ति को परिभाषित करता है।
-अमेरिका 2018 में सऊदी अरब और रूस को पीछे छोड़कर सबसे बड़ा पेट्रोलियम उत्पादक बना। तब से, शेल तेल तकनीक और बुनियादी ढांचे में लगातार निवेश के कारण इसने अपनी बढ़त बनाए रखी है।
-दुनिया की ऊर्जा खपत का लगभग 33% हिस्सा पेट्रोलियम से आता है। यह इसे ऊर्जा का सबसे बड़ा एकमात्र स्रोत बनाता है। यह बताता है कि पेट्रोलियम उत्पादक देश वैश्विक बाजारों में इतना प्रभाव क्यों रखते हैं।
-भले ही अमेरिका सबसे ज्यादा पेट्रोलियम का उत्पादन करता है, लेकिन कच्चे तेल के सबसे बड़े प्रमाणित भंडार मध्य पूर्व में हैं। इनमें खास तौर पर सऊदी अरब, इराक, ईरान और कुवैत शामिल हैं। ये भंडार सुनिश्चित करते हैं कि पेट्रोलियम उद्योग में इस क्षेत्र का महत्त्व बना रहेगा।
ईंधन के अलावा पेट्रोलियम का उपयोग
पेट्रोलियम का उपयोग केवल ईंधन के लिए नहीं होता है। यह प्लास्टिक, उर्वरक, सौंदर्य प्रसाधन, कपड़े, दवाएं और यहां तक कि डामर (asphalt) के लिए भी एक जरूरी कच्चा माल है। यह पेट्रोलियम को रोजमर्रा की जिंदगी के लगभग हर क्षेत्र के लिए महत्त्वपूर्ण बनाता है।
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