किस देश की कोई राजधानी नहीं है?

प्रशांत महासागर का छोटा सा द्वीपीय देश नौरू एक अनोखी खासियत रखता है, क्योंकि इसकी कोई आधिकारिक राजधानी नहीं है। हालांकि, सरकारी दफ्तर यारेन में स्थित हैं, लेकिन इस जिले को कभी भी औपचारिक रूप से राजधानी घोषित नहीं किया गया है। यह अनोखी व्यवस्था नौरू के छोटे आकार, प्रशासनिक सुविधा और उसकी अपनी अलग पहचान को दर्शाती है। इसके कारण यह भूगोल की दुनिया में एक दिलचस्प अपवाद बन गया है।

Aug 18, 2025, 18:31 IST
Which Country has no capital city
Which Country has no capital city

परंपरागत रूप से, किसी देश की राजधानी सरकार का मुख्य केंद्र होती है। यहां सरकारी इमारतें, संसद और मंत्रालय होते हैं। लगभग हर स्वतंत्र देश का एक ऐसा शहर होता है। लेकिन दुनिया के भूगोल में इसका एक दिलचस्प अपवाद है: नौरू।

नौरू: दुनिया का एकमात्र देश जिसकी कोई राजधानी नहीं है

प्रशांत महासागर का छोटा सा द्वीपीय देश नौरू, दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसकी कोई आधिकारिक तौर पर घोषित राजधानी नहीं है। दूसरे देशों की तरह, न तो कानून में और न ही परंपरा में इसकी कोई तय राजधानी है।

क्षेत्रफल के हिसाब से नौरू दुनिया का तीसरा सबसे छोटा देश (सिर्फ 21 वर्ग किलोमीटर) और आबादी के हिसाब से दूसरा सबसे छोटा देश है।

इसकी सरकारी इमारतें—जैसे संसद, राष्ट्रपति भवन और अदालतें—ज्यादातर यारेन जिले में स्थित हैं। लेकिन यारेन को संवैधानिक रूप से राजधानी घोषित नहीं किया गया है। इसके प्रशासनिक कामकाज के कारण इसे कभी-कभी "डी फैक्टो कैपिटल" (वास्तविक राजधानी) कहा जाता है, लेकिन यह दर्जा इसे कभी भी औपचारिक रूप से नहीं दिया गया है।

नौरू की राजधानी क्यों नहीं है?

देश का आकार: 

नौरू का कुल क्षेत्रफल इतना छोटा है कि इसे शहरों या कस्बों में बांटने का कोई मतलब नहीं है। यह देश शहरों में नहीं, बल्कि जिलों में बंटा हुआ है।

प्रशासनिक सुविधा: 

सरकार वहां से काम करती है जहां सबसे ज्यादा सुविधा हो—यानी यारेन से, जो हवाई अड्डे और मुख्य सुविधाओं के करीब है। औपचारिक घोषणा न होना एक तकनीकी बात है, जिसका रोजमर्रा की जिंदगी पर बहुत कम असर पड़ता है।

पहचान और इतिहास:

कुछ समय पहले तक, नौरू को "प्लीजेंट आइलैंड" के नाम से जाना जाता था। इसने अपनी अलग पहचान बनाए रखी है। यह अनोखी बात इसकी सरकारी व्यवस्था में भी दिखती है।

शासन कैसे काम करता है?

यारेन जिले में ही सरकार का मुख्य केंद्र, संसद भवन और मंत्रालय हैं।

व्यावहारिक रूप से सभी कामों के लिए यारेन ही राजधानी की तरह काम करता है, जैसे कि संचार, कूटनीति या नक्शों में।

अंतरराष्ट्रीय संस्थान और दूतावास यारेन की सुविधाओं का ही उपयोग करते हैं।

क्या ऐसे और भी देश हैं?

कुछ छोटे देश और शहर-राज्य (city-states) तकनीकी रूप से इस परिभाषा को थोड़ा उलझा देते हैं:

वेटिकन सिटी और मोनाको, दोनों में एक ही शहर है। कुछ परिभाषाओं के अनुसार, यह कहा जा सकता है कि पूरा देश ही उनकी राजधानी है।

फिर भी, इन्हें आधिकारिक तौर पर शहर-राज्य के रूप में वर्गीकृत किया गया है और इसी रूप में स्वीकार किया जाता है। सिर्फ नौरू ही एकमात्र ऐसा देश है जिसे आधिकारिक तौर पर बिना राजधानी वाला देश माना जाता है।

नौरू का बिना राजधानी वाला देश होना एक मजेदार तथ्य है, जो भूगोल और सामान्य ज्ञान में रुचि रखने वालों को बहुत पसंद आएगा। यह बताता है कि शहर, राजधानी और देश जैसी परिभाषाएं हमेशा इतनी सीधी नहीं होती हैं। खासकर जब बात दुनिया के सबसे छोटे और सबसे अनोखे देशों की हो।

नौरू दुनिया का अकेला ऐसा देश है जिसकी कोई आधिकारिक राजधानी नहीं है।

इसकी वास्तविक प्रशासनिक राजधानी यारेन है, लेकिन कोई भी कानून या संविधान इसे यह दर्जा नहीं देता है। यह प्रशांत महासागर के इस सबसे छोटे गणराज्य की एक अनोखी खासियत है।


Mahima Sharan
Mahima Sharan

Sub Editor

Mahima Sharan, working as a sub-editor at Jagran Josh, has graduated with a Bachelor of Journalism and Mass Communication (BJMC). She has more than 3 years of experience working in electronic and digital media. She writes on education, current affairs, and general knowledge. She has previously worked with 'Haribhoomi' and 'Network 10' as a content writer. She can be reached at mahima.sharan@jagrannewmedia.com.

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