Vijay Wardhan IAS Rank: IAS विजय वर्धन की कहानी कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय का एक जीता-जागता सबूत है। इतनी सारी सरकारी परीक्षाओं में असफल होने के बाद भी, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार UPSC परीक्षा की तैयारी करते रहे। उनका सपना एक IAS अधिकारी बनना था। उन्होंने अपने इस सपने को पूरा करने के लिए अपना पूरा समय दिया। आत्म-अनुशासन और कड़ी मेहनत के दम पर, उन्होंने 2018 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की और 104 की शानदार ऑल इंडिया रैंक (AIR 104) हासिल की।
उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में जगह मिली। लेकिन, उनका सपना हमेशा से भारतीय प्रशासनिक सेवा का अधिकारी बनना था, इसलिए उन्होंने एक बार फिर से परीक्षा दी और आखिरकार 2021 में IAS बनने में सफल रहे।
विजय वर्धन की एजुकेशन
विजय वर्धन हरियाणा के सिरसा जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने हरियाणा के हिसार से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बी.टेक. किया। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद, वे UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए लाखों अन्य उम्मीदवारों की तरह दिल्ली चले गए।
विजय वर्धन के असफल प्रयास, फिर भी नहीं मानी हार
जब विजय UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने के लिए दिल्ली आए, तो उन्हें यह नहीं पता था कि अपने सपने को पूरा करने में उन्हें इतना लंबा समय लग जाएगा। UPSC की तैयारी के दौरान, उन्होंने दूसरी सरकारी परीक्षाओं में भी शामिल होना शुरू कर दिया। उन्होंने हरियाणा PCS, UPPCS, SSC CGL और अन्य परीक्षाएं दीं। कुल मिलाकर, वे अलग-अलग सरकारी परीक्षाओं में 35 बार असफल हुए, लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दोबारा ध्यान और अनुशासन के साथ तैयारी शुरू की।
विजय वर्धन का UPSC का सफर
विजय ने ग्रेजुएशन के बाद UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। उनका लक्ष्य एक IAS अधिकारी बनना था और लगातार असफलताओं के बाद उन्होंने यह पद हासिल किया। उन्होंने 2014 में अपनी पहली कोशिश की, लेकिन कोई अच्छा परिणाम नहीं मिला। इसके साथ ही, उन्होंने हरियाणा PCS, UPPCS, SSC CGL जैसी कई अन्य सरकारी परीक्षाएं भी दीं। दुख की बात यह है कि वे इनमें से कई परीक्षाओं में असफल रहे। लेकिन यह असफलता उनके लिए निराशा की बजाय एक ईंधन के रूप में काम आई। उन्होंने और भी ज्यादा जोश और लगन के साथ फिर से तैयारी शुरू की और 2018 में उन्हें आखिरकार सफलता मिली।
उन्होंने AIR 104 रैंक हासिल की और भारतीय पुलिस सेवा में चुने गए। वे यहीं नहीं रुके, क्योंकि उनका सपना हमेशा से एक IAS अधिकारी बनना था। इसलिए उन्होंने सेवा में रहते हुए फिर से तैयारी शुरू की और 2021 में एक और प्रयास किया। आखिरकार, उनकी मेहनत रंग लाई और वे IAS के लिए चुन लिए गए।
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