उत्तर प्रदेश देश के टॉप सबसे बड़े राज्यों में शामिल है। यहां की सांस्कृतिक विशेषता और समृद्ध इतिहास इसे अन्य राज्यों से अलग बनाते हैं। प्रदेश के प्रत्येक जिले पर गौर करें, तो हमें अलग-अलग जिले की अपनी विशेषता देखने को मिलती है, जो कि पूरे प्रदेश को विशेष बनाने में सहयोग करती है। कृषि के स्तर पर भी यह प्रदेश टॉप राज्यों में शामिल है।
इस कड़ी में यहां गन्ने का भी अधिक उत्पादन होता है, जिससे यहां चीनी के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलता है। ऐसे में यहां कई बड़ी चीनी मिले भी मौजूद हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि यूपी के किस जिले में एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल मौजूद है, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
यूपी में कुल कितनी चीनी मिल मौजूद हैं
साल 2024 के आंकड़ों पर गौर करें, तो यहां करीब 120 से 125 चीनी मिल मौजूद हैं। इनमें से ज्यादातर पश्चिमी यूपी में मौजूद हैं, जिनमें मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, बागपत और बिजनौर शामिल है। वहीं, पूर्वी जिले में देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, बस्ती, गोंडा और बहराइच शामिल है।
यूपी में कुल कितने जिले और मंडल
उत्तर प्रदेश पूरे भारत में सबसे अधिक जिले वाला राज्य है। यहां कुल 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडलों में आते हैं। ये सभी मंडल कुल चार संभागों में आते हैं, जिनमें पूर्वांचल, मध्यांचल, पश्चिमांचल और बुंदेलखंड शामिल है। कुछ किताबों में हमें रोहिलखंड और बघेलखंड का भी जिक्र मिलता है। प्रदेश में कुल 351 तहसील, 17 नगर निगम, 75 नगर पंचायत और 1 लाख से अधिक गांव हैं।
किस जिले में है एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल
अब सवाल है कि यूपी के किस जिले में एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल है। आपको बता दें कि यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल है।
कौन-सी है सबसे बड़ी चीनी मिल
मुजफ्फरनगर के खतौली में एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल है। यह उत्पादन और भंडारण क्षमता के हिसाब से सबसे बड़ी चीनी मिल है, जो कि त्रिवेणी चीनी मिल नाम से जानी जाती है।
1993 से चालू है चीनी मिल
खतौली की यह चीनी मिल साल 1993 से चालू है। यह मिल खतौली में भौगोलिक रूप से भी विशेष है, क्योंकि, खतौली गंग नहर के किनारे पर स्थित है। खतौली एक बड़ा ग्रामीण शहर है, जो कि पर्यटन के हिसाब से भी प्रमुख है।
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